काफी लंबे अरसे बाद मैं आपको लिख रहा हूँ। जब से बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हुई है तब से मैं काफी व्यस्त हो गया हूँ। पिछले करीब एक महीने से चुनाव संबंधी विभिन्न गतिविधियों ने मुझे घेर रखा है जिनमें उम्मीदवारों के चयन से लेकर पार्टी की तैयारी तक तमाम काम शामिल हैं।
मैंने हमेशा यह कहा है कि आगामी चुनाव पिछले सभी चुनावों से कई मामलों में अलग हैं। मेरा विचार है कि हमारे प्रदेश के लिए यह 'बनाओ या बिगाड़ो' किस्म के चुनाव सिद्व होंगे। राज्य के इतिहास में पहली बार इन चुनावों में 'विकास' सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा बन कर उभरा है। आप में से हर एक को यह फैसला करना है कि विकास की इस गति को आगे भी जारी रखा जाए या फिर जात, बिरादरी व संप्रदाय के नाम पर फिर विकास को कुरबान करके फिर उसी अंधियारे दौर में लौट जाएं।
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Wednesday, October 20, 2010
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भड़ास blog
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