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KATIHAR LIVE: 2011

Tuesday, March 22, 2011

बिहार दिवस विशेष :कटिहार लाइव

दुनिया में आध्यात्म शिक्षा फैलता बिहार भले ही कभी आपनी बेचारगी कि गाथा गता हो !परन्तुं अभी बिहार  और हम बिहारी अपने पैरों में खरें होकर फिर से दुनिया को अपनी पैगाम और प्रतिभा दिखने के लिए तत्पर रहतें हैं !आज बिहार कालांतर कि तरह दुनिया से कदम से कदम मिलकर चलने को तैयार हैं !हम बिहारी सभी क्षत्रों में अपनी कलावों का जौहर दिखाकर भारत कि अग्रणी  राज्यों में शुमार हो चुके हैं ,जहाँ अभी सुब कुछ संभव है !आज बिहार दिवस के विशेष अवसर कटिहार लाइव कि सक्रिय लेखिका ओली गुहा द्वारा प्रस्तुत आलेख ...............       

आज हम गर्व से कहतें हैं कि हम बिहारी हैं 
   बिहार राज्य में फैले विहारों(बौध मठ) के कारण ही इस राज्य का नाम बिहार रखा गया ! बौध काल के सोलह महाजनपद में से तिन महाजनपद बज्जी-,अंग तथा मगध बिहार राज्य में ही हैं !मगध भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनी रही !भारत का तत्कालीन तीन विश्वविद्यालय नालंदा ,ओदंतपुरी और विक्रमशिला बिहार में ही स्थित थे !अंग्रेज ने भी १६५२ ई० में पटना में अपना व्यापारिक केंद्र बनाया !१९१७ ई० में चंपारण से ही महात्मा गाँधी ने पहला सत्याग्रह का प्रयोग शुरू किया था! २२ मार्च १९११ को दिल्ली में आयोजित शाही दरबार में बिहार ओड़िसा के क्षेत्र  को बंगाल से पृथक कर एक नए प्रांत में संगठित किया है !इस दिन से बिहार राज्य का नाम आस्तित्व में आया और हम बिहार दिवस के रूप में मानाने लगे !१९३६ ई० बिहार से ओड़िसा को अलग कर नया प्रान्त बनाया गया ! एक बार पुनः राजनीति सरगर्मी के कारण १५ नवम्बर २००० को बिहार से उसका प्रिय अंग झारखण्ड अलग कर दिया गया ! हम बिहार बार-बार खंडित हुए पर हम बिखरें नहीं !यही बिहार जहाँ आर्यभट्ट जन्में ,यही बिहार जहाँ,बुद्ध , महावीर ,अशोक जैसे महापुरुष सत्य और अहिंसा का पथ संसार को पढाया ! वही बिहार है जहाँ राजेंद्र प्रसाद और जयप्रकाश जैसे लाल जन्में !
कुछ दिन पूर्व महाराष्ट और असम जैसे राज्यों में बिहारियों के साथ जो घटनाएँ घटी वो आज भी हमारे जेहन में बसा है ,क्या हम हर गए ? नही,हमारा बिहार तो निरंतर आगे बढ़ रहा है और बढ़ता रहेगा !
कोण कहता है की आसमा में सुराग नही हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों ! यह लोकोक्ति सत्य हो रहा है ! हम मानतें हैं कि कुछ असमाजिक तत्वों ने हमारे राज्य में अशांति फैला रहा है लेकिन हम जरुर उससे छुटकारा पा लेंगें !आज बिहार कि चर्चा पुरे विश्व में हो रही है विकिलीक्स जैसे दुनिया में तहलका मचने वाली साईट पैर भी ........... इसलिए तो आज हम गर्व से कहतें हैं कि हम बिहारी हैं !!!!

बिहार स्थापना दिवस 2011


गंगा मैया के चरण स्पर्श में रहने वाला बिहार की इस धरती को मेरा कोटि-कोटि नमन ! आज सर्वगुण संपन्न बिहार को शतायु होने का गौरव प्राप्त हुआ है ! 94,163 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ बिहार भारत देश के एक प्रतिष्ठित राज्यों में एक है ! उत्तर दिशा में नेपाल, दक्षिण में झारखण्ड, पूर्व में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में उत्तर प्रदेस इसके सीमावर्ती राज्य हैं ! उत्तर से दक्षिण 360 कि० मी० लम्बाई और पूर्व से पश्चिम 483 कि० मी० चौड़ाई में राज्य का विस्तार है !
          १२वी० सताब्दी के अंत में नालंदा और औदंत्पुरी  के निकट 'बौध्द विहारों' की बहुसंख्या के कारण इस राज्य का नाम 'विहार' पड़ा; जो कालांतर में 'बिहार' नाम से प्रचलित हुआ ! स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीरो को जन्म देने वाला बिहार महात्मा बुद्ध, 24 जैन तीर्थकारो, ऋषि-मुनियों तथा अनेकानेक प्रमुख व्यक्तियों की कर्मभूमि तथा जन्मभूमि रही है ! महात्मा गाँधी का प्रिय स्थान में से एक बिहार भी था जो उनको प्रिय था !
      राज्य भाषा हिंदी के साथ-साथ भोजपुरी, मैथली, उर्दू, मागधी भी यहाँ के छेत्रिय भाषा हैं ! आज भोजपुरी फिल्म बिहार की एक अलग ही पहचान दे रही है ! मधुबनी एवं पटना चित्रकला शैली यहाँ की कला एवं संस्कृति दर्शाती  है ! सोनपुर का मेला बिहार की एक अलग ही छवि प्रदान करती है ! राजधानी पटना के अलावे भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बरोनी, कटिहार, पूर्णिया, मुंगेर, मधुवनी समस्तीपुर यहाँ के प्रमुख नगर हैं ! पटना, हाजीपुर, आरा, बरोनी, कटिहार, एवं गया यहाँ के प्रमुख रेलवे जंक्शन है ! 
                                  आज बिहार विकाश की पटरी पर एक रफ़्तार से चल पड़ा है ! अब वो दिन दूर नहीं रहा जब बिहार को एक विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए ! भ्रस्टाचार यहाँ का मुख्य परेशानी थी जो आज धीरे-धीरे समाप्त होते जा रही है ! आज बिहार की महिलाएं को आगे आने का मौका मिला है तथा इसका लाभ उठाते हुए उन्होंने पुरुष के मुकाबले बेहतर कार्य किया है; इसी का नतीजा है, की राज्य में महिलाओ के साक्षर होने की प्रतिशतता बढ़ते जा रही है ! बिहार के युवा वर्ग में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस मौका मिलना चाहिए वो बेहतर से और बेहतर करके दिखा सकते हैं ! शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जल समस्या, बिजली, सड़क, संचार आदि मुख्य एवं बुनियादी समस्या रही है जिसमे से हमने तो शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, संचार, जल समस्या पर लगभग जीत पा चुके हैं ! बिजली, तथा रोजगार अभी यहाँ की मुख्य समस्या में से एक है जिसका नतीजा है की लोग आज भी अपने राज्य को छोड़ कर पडोसी राज्यों में रोजगार की तलास में निकल जाते है, जिस दिन इस समस्या का हल हमें मिल जाएगा उस दिन बिहार सबसे सुखी और समृद्ध राज्य के रूप में गिना जाने लगेगा ! 
                                 किसी भी कार्य को सफल बनाने में युवा वर्ग की विशेष भूमिका होती है ! बिहार के युवा वर्ग में इतनी प्रतिभा है की वो किसी भी कार्य को बखूबी निभा सकते है तो आइये हम युवा आज बिहार दिवस के मौके पे संकल्प लें की जाति, सम्प्रदाय, उंच-नीच से परे होकर एक गौरवशाली तथा विकशित बिहार बनाने का वचन ले ,  ताकि हम गर्व से कह सकें की हाँ मै एक "बिहारी" हूँ ! 
                                                       "जय बिहार जय बिहारी"
                                                        "जय हिन्द जय भारत"     
                                        
          "आलेख -टिंकू कुमार चौधरी"

Saturday, March 19, 2011

बुरा न मनो होली है

जिनकी है जेबें खाली,उनकी क्या होली क्या दिवाली
एक तो है ये महंगाई,उसके ऊपर पानी की आफत आई !
जिनकी जल से मिलती है सबको  मुक्ति,
उसी गंगा के किनारे बसे लोगों की यह युक्ति !
मार्च के महीने से ही है बुरा हाल,
आगे के चार महीने में होगा सब बेहाल !
नालों के आगे लगी लम्बी कतार,
पानी भरने की जल्दी में सब कर रहें हैं मार! 
रोटी और चावल तो किसी प्रकार खरीद लेंगे
पर क्या होली में सब मांस-मछली खा पाएंगे ?
पिने वाले तो अपनी जुगार बैठा ही लेंगे 
पर क्या ऐसी होली हम मानना चाहेंगे ?
क्यों न हम ऐसा करें अबकी होली ही न मनाएं ,
करें विनती प्रभु से की जापानियों को उनके बिचारें मिल जाये 
जिस विपदा में वह आज है, वो तो विकसित देशों का राज है !
हम विज्ञानं को कहतें हैं वरदान ,वही ले रहा है निर्दोषों की जान!
हमने जिसे आत्मरक्षा के लिए बनवाएं .वही हम पैर इतने जुल्म धायें !
लेकिन एक बात तोह है साफ़ जीतनी भी देशें हैं शक्तिशाली 
चाहे रूस,भारत,हो या अमेरिका ,नहीं है कोई खतरों से खाली !
हमें जैसा लगा हमने है लिख डाली .......... बुरा न मनो होली है .............
आलेख़-ओली गुहा 
aouliguha@gmail .com

Tuesday, March 8, 2011

आज नारी अबला नहीं .....

ओली गुहा
आज नारी अबला नहीं वह सिर्फ़ दया और सहानुभूति के पात्र हि नही वह तो सृष्टि का मूल है ! वह कुछ  भी कर सकती है, बस एक मौका चाहिये ! सिर्फ़ महिला दिवस मानने से कुछः नही  होता, महिला को दिल से सम्मान करो ! इस समाज मे नारी का भी उतना हि अधिकार है जितना पुरुष का, तो फ़िर् यह भेद-भाव क्यों ? क्यो लडकी के जन्म होने से परिवार् वाले दुखीं क्यो होते हैं ? क्यो दहेज जैसी,जालीम  प्रथा इतने अच्छे से फल-फुल रही है ? क्या लड़कियों को पालने मे, शिक्षा देने मे, उसे अच्छे नागरिक बनाने मे उसके पिता को खर्च नहि होता ? तो फ़िर् यह दहेज क्यो ? लड़का के पिता को शिकायत रहती  है कि हमने अपने बेटे को लायक बनाने में बहुत खर्च किया है,तो क्या उसका वसूली भी आप करोगे ? यह तो माँ-बाप का कर्तव्य होता है कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे उन्हें अच्छे ढंग से परवरिश करें !आज भ्रूण-हत्या भी इसी का परिणाम है !पंजाब, हरियाणा,जैसे कई राज्यों में लड़किओं कि संख्यां घटी जा रही है,अभी तो  ये हालत है आगे चलकर क्या होगा जरा सोचिये ? तब हालात क्या होगी?
आज महिला दिवस है इसके उपलक्ष्य में हमें संकल्प लेना होगा कि महिला का दिल से सम्मान और उचित स्थान दो उसके हक़ में है !इस पुरुष प्रधान समाज में उस रुढ़िवादी प्रथा को तोडना ही होगा कि "कोई कम महिला वश कि बात नही" !आज तो महिला हर क्षेत्र में आगे है , आप जिधर भी नजर दौडाएं आप वहीँ महिला को भी पाएंगे ! आज भी महिला आरक्षण बिल संसद में लटका हुआ है यह तो हमारी संकुचित मानसिकता नही है तो और क्या है ? क्या इस देश का सेवा करने का अधिकार पुरुष महिला को बराबर नही है ? इस दिशा में बिहार सरकार कि पहल काबिले तारीफ है जो महिलायों को जागृत एवं शिक्षित करने के  लिए कई योजनायें ला रही है  ! एक महिला शिक्षित होगी तो सारा परिवार शिक्षित और समृद्ध होगा !
आलेख -ओली गुहा ,मनिहारी कटिहार 
aouliguha@gmail.com

Monday, March 7, 2011

भ्रष्टाचार कि गिरफ़्त मे सारा देश


देश मे यदि भ्रष्टाचार पर एक सर्वेक्षण कराया जाए तो देश की कुल आबादी के 25 से 30 प्रतिशत लोग किसी न किसी तरह के भ्रष्टाचार मे लिप्त पाये जाएगें.भ्रष्टाचार तोह ऐसा प्रतीत होता है की लोंगों की खून में ही अपनी जिन छोड़ चूका हो.नस-नस में व्याप्त इस भ्रष्टाचार ने यहाँ की संस्कृति  में ही अपनी पहचान बना ली है. इसलिए तोह देश की केंद्र सरकार भी इतनी बड़ी बिडम्बना को अपने अन्दर समेटकर ऐसे आचरण कर रही है ,जैसे कुछ भी नही हुआ हो... और  भी राजनीती दल मूकदर्शक बन बैठे हें ... आखिर सभी एक जैसे ही तोह हैं... बेचारी प्यारी जनता क्या करे समझ में ही नही आ रहा...हम जाये तोह जाये कहाँ.....
अभी ही समय है एकजुट हो जाओ .... फिर ये लोहा शायद गरम न हो कभी... और भ्रष्टाचार कि गिरफ़्त मे सारा देश आ जाये... हमारा आने वाला कल नेक और इमानदारी कि बाते सिर्फ़ किताबो  मे ही पढे....
अपील- 
भ्रष्टाचार पर वार.....
भ्रष्टाचार के खिलाफ शख्त कानून के लिए अन्नाहजारे 05 अप्रैल 2011 से आमरण अनशन शुरू करने जारहे हैं। हमारी और आपकी ज़िम्मेदारी बनती है की इस मुहीम मेंशामिल हो कर आन्दोलन को मजबूती देंआप से पुर्खुलुश गुज़ारिश है कि सहायोग के लिए अपने मोबाइलसे सिर्फ  मिस काल दें....
022-61550790
किरन बेदी द्वारा जारी इस  अपील को हमारे एक ब्लोगेर मित्र ने कटिहार लाइव के लिये भेजा  है .मैने नंबर पर  फोन कर अपनी समर्थन दर्ज करवा  दी है, कृपया कटिहार लाइव् के पाठकों से मैं इस मुहीम में शामिल होने की अपील करता हूँ .यह एक पूर्णत: निशु:ल्क प्रक्रिया है. 



  

Friday, February 18, 2011

अनोखा है मनिहारी का माघी मेला

मनिहारी (कटिहार)१८ फ़रवरी ! हरे राम हरे कृष्णा ! कृष्णा-कृष्णा हरे-हरे ....................
 वैदिक मंत्रों के धुन से सारा मनिहारी भक्तिमय माहौल में डूब गया है !प्रत्येक वर्ष के भांति इस वर्ष भी पवन गंगा के तट पर सार्वजनिक यज्ञ समिति मनिहारी द्वारा माघ पूर्णिमा से चारदिवसीय शिवशक्ति महायज्ञ का शुभारम्भ हो चूका है!
यज्ञ-स्थल में स्थापित मुख्य प्रतिमा 
     धार्मिक मान्यता है की माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है, जिस कारण से हजारों हजारों के संख्या में कटिहार, अररिया,किशनगंज,पूर्णिया , फारविसगंज, कोशी के कई क्षेत्रों के अलावे पडोसी देश नेपाल एवं भूटान के सीमावर्ती क्षेत्र  से भी कई श्रद्धालु यहाँ पहुँचते हैं !
 यह एतेहासिक  मेला १८८१ ईस० से चलता आ रहा है, जो पूर्व में भव्य चैतवारनी मेले के नाम से प्रसिद्ध था ! धीरे-धीरे आधुनिकता के कारण इसकी पहचान धूमिल होती गयी ,परन्तु कुछ लोगों के प्रयाश से इसे माघ मेला के नाम से एक नयी पहचान मिली ! कहा जाता है की कभी इसी चैतवारनी मेले में अशोक कुमार द्वारा अभिनीत फिल्म "वन्दिनी" की कुछ अंश फिल्माई गयी थी !
         वर्त्तमान  में मेले को यथा-संभव सजावट के साथ वही पुरानी छटा और संस्कृति देने की भरपूर कोशिश की गयी है ! यज्ञ मंडप को मनमोहक फूलों से सजाया गया है ! मेला समिति द्वरा साफ-सफाई के साथ-साथ आगंतुकों की सुरक्षा की भी पूरी व्यवस्था की गयी है !स्थानीय प्रशासन की भी भागीदारी संतोषजनक देखी गयी !प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र की ओर से शिविर एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं मनिहारी थाना अध्यक्ष भी दल-बल के साथ मेले की निगरानी में व्यस्त हैं !मेले के अध्यक्ष श्री सहदेव यादव ,उपाध्यक्ष प्रमोद झा ,पंकज यादव ,दुष्यंत चौधरी(कोसाध्यक्ष) ,आलोक यादव ,अनुज पासवान ,जयप्रकाश मंडल (मेला प्रभारी ),काजल मित्रा ,पुरसोत्तम ,अनूप चौधरी,सौरव सिंह,शिसुदिप,सुमन झा,छोटू झा आदि लोंगों की जीतनी प्रशंसा की जाय उतनी कम है ! निगरानी समिति में प्राचार्य सुशील यादव ,प्रदुमन ओझा ,डॉ भोला प्रसाद गुप्ता ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया है  ! स्थानीय मिडिया कर्मी में प्रीतम ओझा(दैनिक जागरण),मुकेश यादव(नयी बात),राजेश सिंह(प्रभात खबर),रंजीत गुप्ता(के०बी०सी०),मृगेंद्र कुमार(संपादक कटिहार लाइव) ,केसर रजा(आज), भी लगातार विधि-व्यवस्था का जायजा ले रहें हैं !
           मेले की झलकियाँ कटिहार लाइव की नजर में 
मनिहारी गंगा तट पर भीड़ का नजारा 
मनिहारी गंगा तट - गंगा तट पर श्रद्धालुवों की भीड़ हजारों-हजारों की संख्यां में पावन गंगा नदी में सम्पूर्ण कोशी क्षेत्र के साथ-साथ नेपाल, भूटान के सीमावर्ती क्षेत्र से भी लोग दुबकी लगातें  है और माघ पूर्णिमा के दिन पुण्य  के भागीदार बनते हैं ! धार्मिक तौर पर मनिहारी की उत्तरवाहिनी गंगा का अलग ही महत्व है इसलिए नदी पार साहेबगंज, पाकुर, दुमका(सभी झारखण्ड) से भी लोग खींचे चले आतें हैं ! एतिहासिक महाभारत काल के समय भगवान् "श्रीकृष्ण" के प्रवास स्थल रहे मनिहारी की इस  धरती पर धार्मिक कृत्य करना एक अलग ही तीर्थ सा पावन लाभ प्रदान करता है !
आदिवासियों द्वारा विशेष पूजन- अपनी भारतीय सभ्यता-संस्कृति के पुरातन अनुष्ठानों को संजोये हुए आदिवाशियों द्वारा पारंपरिक रात्रिकालीन पूजा देखने योग्य है ! हर वर्ष माघ पूर्णिमा के दिन आदिवासी समुदाय के लोग सामूहिक रूप से मेले में आकर विशेष पूजा करतें हैं ! पुरे रात भर की इस पूजन में  आदिवासी समुदाय के लोग अपने मौलिक वेश-भूषा अपनाकर विशेष रूप से तैयार पूजा स्थल में अपने पारंपरिक ढोल-नगारों-मृदंगों एवं तीर-कमानों के साथ घूम-घूम कर अपनी ही भाषा में मंत्रोचारण कर पूजा करतें हैं ! महिलाये रंग-विरंगे पोशाक पहनती है और पुरुष भी अपने पारंपरिक पोशाक में मौजूद होतें है ! नव-युवतियों का इस पूजन में आना वर्जित होता है ! गंगापूजन से शुरू होती इस धार्मिक अनुष्ठान में रात-भर विधि-विधान से पूजा कर अपने देवता से मन्नतें मांगी जाती है और पुरी होने पर कबूतर की बलि चढ़ाई  जाती है ! पूजे में
आदिवासियों के धर्म गुरु 
आदिवासियों का पूजा स्थल

आदिवासी समुदाय के बीच एक धर्मगुरु और एक देवी होती है ! इसकी वेश-भूषा अन्य लोगों से भिन्न होती है !ऐसा माना जाता है की उस रात देवता खुद धर्मगुरु और देवी के शरीर में वास करते हैं ! सारी धार्मिक अनुष्ठान इन्ही गुरुओं  के द्वारा संपन्न कराई जाती है !
क्रमश: ........ 

Thursday, February 17, 2011

महेंद्र मेमोरिअल बैडमेंटन प्रतियोगिता का आयोजन

 प्रतेक वर्ष की भांति इस वर्ष भी  महेंद्र मेमोरिअल बैडमेंटन प्रतियोगिता का आयोजन अमरवाणी संघ, गाँधी टोला(मनिहारी) के सौजन्य से कराया गया ! मुख्य अतिथि के रूप में पहुचे बाघमारा पंचायत के पूर्व मुखिया श्री जयप्रकाश सिंह के हाथों उदघाटन कराया गया ! कमिटी के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र पासवान के साथ सगुन पासवान, बिजय चौधरी, कपिल चौधरी, श्रवन पासवान, निर्मल पासवान, दुखा: पासवान, राजू, शशि आदि की उपस्थिति में गाँधी टोला तथा मनिहारी के और भी कई गणमान्य लोगों के साथ मृगेंद्र कुमार(निदेसक vcsm मनिहारी), उत्तम सिंह उपस्थित थें ! खेल की शुरुआत परम्परागत तरीके से महेंद्र जी की फोटो पर माल्यार्पण एवं मोमबती जलाकर की गयी ! पहले दिन के खेल में लडको की जोड़ी से सम्राट तथा छोटू एवं पंकज तथा आगे पढ़िए..............

Sunday, February 13, 2011

ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकि शिक्षा की पहल

अमदाबाद (मनिहारी) कन्या मध्य विद्यालय गुवागाछी के प्रांगन में ज्ञाति सेवा संसथान के तत्वाधान विश्व कंप्यूटर साक्षरता मिशन के सहयोग से १५ दिवसीय कंप्यूटर प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ माननीय विधायक मनोहर प्रसाद सिंह ने फीता काटकर किया ! मौके पर विधायक ने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में  इस तरह की रोजगार उन्मुख तकनिकी शिक्षा को एक सराहनीय प्रयास बताया, जिसका लाभ उठाकर लोग आत्मनिर्भर हो सकतें हैं ! संस्थान के सचिव सिंटू कुमार सिंह ने कहा की ग्रामीण क्षेत्र जहाँ से छात्रों एवं छात्राओं को इसतरह की शिक्षा उपलब्ध नहीं है हमारी संस्था वहां पूरी प्रयास करेगी !मौके पर उपस्थित विश्व कंप्यूटर साक्षरता मिसन के निर्देशक ने कहा हमारे बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में कंप्यूटर शिक्षा औं इन्टरनेट शिक्षा बहूत आवश्यक है !हमारे यहाँ मात्र २% लोग ही कंप्यूटर साक्षर हैं ! ज्ञाति सेवा संस्थान के द्वारा इस प्रयास से कंप्यूटर साक्षरता में भी बहुमूल्य बदलाव आएगी !विश्व कंप्यूटर साक्षरता मिशन मनिहारी शाखा  इस छेत्र में हर संभव मदद देने के लिए तैयार है! कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्या नामांकित छात्रगन एवं कई बुद्धिजीवी लोग उपस्थित थें ! कटिहार मिडिया के रणजीत गुप्ता(के० बी० सी०), मिथलेश झा (दैनिक जागरण), सोनू जी (हिन्दुस्तान), टिंकू चौधरी (कटिहार लाइव) उपस्थित थें !

Friday, February 4, 2011

जनगणना जागरूकता रैली:मनिहारी

मनिहारी (०४ फ़रवरी २०११ )प्रखंड परिसर प्रांगन  से जनगणना जागरूकता रैली निकली गयी रैली को अनुमंडल पदाधिकारी दिनेश मंडल ने झंडी दिखाकर विदा किया ! रैली मनिहारी नगरपंचायत के मुख्यमार्ग से होते हुए अनुमंडल कार्यालय तक पहुंची  !इस अवसर पे अनुमंडल पदाधिकारी ने सफल जनगणना हेतु आम जनताओं  को जागरूक करने की बात कही , ताकि कोई भी व्यक्ति जनगणना से वंचित न हो जाये !उन्होंने बताया की इस तरह का कार्यक्रम जिला स्तर पर भी चलायी जा रही है ! रैली में मनिहारी प्रशासन के लोंगो के साथ-साथ स्कुल के छात्र-छात्राएं ,शिक्षकगन तथा कई गणमान्य भी दिखे गयें !
>>समाचार संकलन  -मुकेश यादव (नयी बात )

Wednesday, February 2, 2011

VCSM चैम्पियंस ट्राफी का सफल आयोजन

विजेता ट्राफ़ी के साथ HCC की टीम
मनिहारी (०२ फ़रवरी २०११ )! मनिहारी रेलवे कोलोनी की मैदान में MRC ताथा VCSM के सहयोग से चैम्पियंस ट्राफी  का 
सफल आयोजन किया गया ! संपूर्ण सीरीज में कुल आठ टीमों ने हिस्सा लिया !जिसमें फ़ाइनल  मैच HCC कटिहार और NYC मनिहारी के बीच खेला गया !HCC कटिहार ने टोस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लेते हुए निर्धारित २० ओवर में NYC के सामने १७७ रन का लक्ष्य रखा ! जवाब में उतरी लक्ष्य का पीछा करती हुई NYC मनिहारी की टीम ने  १८.४ ओवर में महज १३८ रन ही बना पाई ! मैंन ऑफ दि मैच HCC कटिहार के नितीश को तथा मैंन ऑफ थे सीरिज NYC मनिहारी के  मो० फारुख को प्रदान की गयी ! पूरी  खेल में अच्छे प्रदर्सन के लिए कई खिलाडियों को विश्व कंप्यूटर साक्षरता मिशन के निदेशक द्वारा ६००/- की चेक तथा कई अन्य पुरुस्कार वितरित किये गए !खेल में उतघोसक की भूमिका प्रदीप चौधरी ने निभाई ! इस अवसर पे पुरुस्कार वितरण के लिए मनिहारी नगर पंचायत के मुख्य पार्सद चंद्रलेखा देवी ,पूर्व उप मुख्य आयुक्त सहदेव यादव ,अशोक यादव ,अनुज मंडल आदि मौजूद थे ! सभी ने MRC मनिहारी तथा विश्व कंप्यूटर साक्षरता मिशन (VCSM) मनिहारी की ऐसे आयोजन के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा की ! खेल को सफल बनाने में आयोजक अध्यक्ष मलिक शर्मा ,संजीत कुमार (छोटू ) ,अमित कुमार , चन्दन कुमार की अभूतपूर्ण भूमिका रही ! भारी संख्या में अंतिम खेल का आनंद ले रहे उत्साहित दर्शकों के बीच  में प्रीतम ओझा (दैनिक जागरण ), राजेश सिंह , मुकेश यादव (नयी बात ) ,टिंकू चौधरी (कटिहार लाइव )आदि पत्रकार बंधू भी मौजूद थे !



  • VCSM चैम्पियंस ट्राफी का सफल आयोजन


  • फ़ैंसी मैंच का आयोजन





  • Monday, January 31, 2011

    खतरे में एतिहासिक पीर मजार : कटिहार


    मनिहारी (14फरवरी 2011)! बिहार सरकार एक ओर जिले में पर्यटन विकास  की कई घोसनाएं  कर रही है  ,दूसरी ओर कटिहार जिले के पर्यटन की असीम संभावनायें युक्त मनिहारी पीर मजार को  रेलवे की कार्यों से  भारी नुकसान हो रही  है ! परन्तु कोई आवाज नही उठाने वाला है ,न मनिहारी की जनता , न ही स्थानीय प्रशासन और  न ही कटिहार जिले  की  मिडिया ! पीर मजार के चारो ओर की मिट्टी कटाई से गंगा नदी के जल स्तर बढ़ते ही काफी क्षति हो सकती है ! पहाड़ के साथ-साथ समीप स्थित ब. प्र. सु . प्र . उच्च विद्यालय को भी काफी नुकसान हो सकता है !
     नीचे  की तस्वीर को गौर से देखिये रेलवे की कार्यों में किस तरह से सांप्रदायिक सौहार्ध का प्रतीक एतिहासिक पीर मजार को नुकसान पहुचाया जा रहा है ! एतिहासिक पीर मजार के बारे में अधिक जानने के लिये यहाँ क्लिक करें




    सांप्रदायिक सौहार्ध का प्रतीक एतिहासिक पीर मजार
    पीर मजार से लगी लगभग १०० फिट की सीढ़ी


    सम विकास योजना द्वारा पहाड़ की पिछली सीढ़ी 

    पहाड़ की द्रोजर द्वारा कटाई 








    यह वही पीर मजार है जहाँ दिनांक १७.११.०७ को शिलान्यास कर नगर विकास मंत्री श्री अस्वनी चौबे द्वारा सम विकास योजना के तहत सौद्रिकरण का कार्य कराया गया है ! 


    कटिहार लाइव की टीम कटिहार की जनता ,प्रशासन ,और मिडिया भाइयों से इसकी सुरक्षा की अपील करती  है ताकि ये एतिहासिक पीर मजार इतिहास के पन्नो तक ही सिमित न रह जाये !
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    Saturday, January 29, 2011

    आखिर राहुल क्या साबित करना चाहते हैं ?

    इस तस्वीर को गौर से देखिये और बताईये ,आखिर राहुल गाँधी (कोंग्रेस ) क्या करना चाह  रहें  हैं  ? कृपया अपनी राय जरुर कोमेंट में दीजिये !


                        

    Wednesday, January 26, 2011

    फ़ैंसी मैंच का आयोजन


    विजेता ट्राफी देते विधायक 

    26 जनवरी 2011 (मनिहारी)! गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मनिहारी बी० पी० एस० पी० उंच विद्यालय के मैदान में प्रशासन एकादश और नागरिक एकादश के बीच फ्रेंडली क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन गाँधी टोला क्रिकेट क्लब के द्वारा कराया गया ! माननीय विधायक श्री मनोहर प्रसाद  सिंह उपस्तिथि में खेला गया यह टूर्नामेंट पुरे मनिहारी वासियों को आनंदित किया ! टॉस जीतकर नागरिक एकादश की टीम क़ि अगुवायी में उतरे कप्तान श्री प्रमोद सिंह जी ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया ! जहाँ नागरिक एकादश की टीम से प्रमोद सिंह (कप्तान), प्रीतम ओझा(उपकप्तान), राजेश कुमार पाठक, मिथलेश झा, रंजीत गुप्ता, मो० कैसर, राजेश सिंह, जयप्रकाश मंडल, असीम सिन्हा, प्रदीप नारायण सिंह, शिवशंकर यादव और इम्तियाज खेल रहें थें, वहीँ प्रशासन एकादश से छेत्ररक्षण में सुबोध कुमार विश्वास(कप्तान)(S.D.P.O मनिहारी), दलजीत जी(उपकप्तान)(S.H .O ), चन्दन जी, दिलीप शुक्ला, डा० आर० एन० सिंह, डा० मृत्युंजय सिंह, सागर सुमन झा, श्याम किशोर, अरविन्द, आशीष सिन्हा, और नितीश कुमार मैदान में उतरें ! कमेंट्री बॉक्स में प्रदीप चौधरी और सुनील चौधरी ने दर्सकों को अपनी वाणी से बीच-बीच में खूब हसाया ! वहीँ स्कोरिंग का भार आनंद ने उठाया था और अम्पायरिंग में शुभाष पासवान तथा पंकज थे!

    उपविजेता ट्राफी देते विधायक   
                                                        इस खेल के सबसे मजेदार बात यह थी के दोनों ही टीम के खिलाडियों क़ि उम्र लगभग 40 के पार थी, कोई-कोई क़ि उम्र तो 60 के पार थी! सभी अपने जमाने के धुरंधर खिलाड़ी थें, खैर जो भी हो इन्होने यह शाबित कर दिया की अगर दिल में उमंग हो तो उम्र क़ि सीमा कभी भी जिंदगी के आड़े नहीं आ सकती !


    मेन ऑफ़ द मैच देते विधायक  
                                                           पहले बल्लेवाजी करने उतरी नागरिक एकादश से प्रीतम ओझा बिना खता खोले ही रन आउट हो गए ! राजेश सिंह ने बल्लेवाजी करते हुए दर्शको को बहुत आनंदित किया, उन्होंने 37 रनों की ताबरतोड़ बल्लेवाजी करते हुए प्रशासन एकादस के सामने 85 रनों का लक्ष्य दिया ! 85 रनों के लक्ष्य को पाने उतरी प्रशासन एकादस की टीम एक-एक करके आउट होते गए और अंत में 6 गेंदों में 18 रन बनाने थे ! अन्तिम ओवर को प्रदीप जी लेकर आयें और वे अच्छी गेंदवाजी करते हुए अपने टीम को जीत दिलाई, इसप्रकार नागरिक एकादस ने जीत हाशील की! मुख्य अतिथि के रूप में आये मनिहारी के विधायक महोदय मनोहर प्रशाद के हाथों पुरूस्कार वितरण कार्य का समापन हुआ! उन्होंने गणतंत्र दिवस क़ि सभी को बधायी देते हुए कहा क़ि कोई खेल हो उसे मन से खेला जाये तो उसका अलग ही मज़ा है, उन्होंने कहा की हर वर्ष इसप्रकार का आयोजन होना चाहिए, दोनों टीम को उन्होंने बधाई दिया ! मैन ऑफ़ द मैच राजेश कुमार पाठक को दिया गया ! बेस्ट कमेंटेटर का पुरुस्कार सुनील चौधरी तथा बेस्ट स्कोरर का पुरूस्कार आनंद को दिया गया बेस्ट कीपर का पुरूस्कार असीम सिन्हा को दिया गया !

    विधायक


    S.D.P.O मनिहारी (प्रशासन एकादस के कप्तान) 

    प्रमोद सिंह (नागरिक एकादस के कप्तान) 

    विजेता ट्रोफी के साथ टीम (मनिहारी मीडिया कर्मी )
                                                                                                                    
                                             समाचार संकलन -टिंकू कुमार चौधरी

     


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